Shaheen Bagh: उस क्षेत्र में उच्च वोल्टेज नाटक तब शुरू हुआ जब दक्षिण दिल्ली नगर निगम के बुलडोजर शाहीन बाग़ (Shaheen Bagh) पहुंचे। बुलडोज़र के पहुँचते ही वहां स्थित लोगों ने जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और बुलडोजर को कार्यवाही करने से रोका, जिसके बाद बुलडोजर वापस ले जाना पड़ा हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वह कार्यवाही करने के लिए वापस आ आएगा या नहीं। स्थानीय निवासियों और राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण, अतिक्रमण को खत्म करने का कार्य बहुत धीमी गति से होता है। इस गतिविधि में, जो सुबह 10 बजे शुरू हुई, 12:30 तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस सब के बीच, यह समस्या सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गई है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख, अदेश गुप्ता ने 20 अप्रैल को स्थानीय मेयर को एक पत्र लिखा था, ‘‘रोहिंग्या, बांग्लादेशियों और असमाजिक तत्वों’’ द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने का अनुरोध किया था जिसके बाद एसडीएमसी के इलाकों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने की योजना बनाई थी
इससे पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM) की दिल्ली इकाई और हॉकर्स यूनियन ने साउथ दिल्ली नगर निगम द्वारा अतिक्रमण-विरोधी अभियान की आड़ में इमारतों को गिराए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और इसे ‘‘प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों, विधियों और संविधान का उल्लंघन’’ करार दिया है. याचिकाकर्ताओं ने दलील दी है कि वे अनधिकृत कब्जाधारी या अतिक्रमणकर्ता नहीं हैं, जैसा कि दक्षिण दिल्ली नगर निगम और अन्य ने आरोप लगाए है.
Shaheen Bagh: क्या हुआ हुआ था
- वापस लौटा बुलडोजर: लोगों के भारी विरोध के बीच फिलहाल बुलडोजर वापस लौट गया है, दोबारा कार्रवाई के लिए लौटेगा या नहीं, यह कंफर्म नहीं हो पाया है.
- विरोध प्रदर्शन करने बैठे स्थानीय लोग: एमसीडी की आशंकित डिमोलिशन की कार्रवाई के मद्देनजर शाहीन बाग में लोगों में रोष दिखाई दे रहा है. कार्रवाई के लिए पहुंचे बुलडोजर के सामने स्थानीय लोग बैठ गए हैं. उन्होंने कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाने से पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया. इसी बीच इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.
- अमानतुल्ला भी पहुंचे शाहीन बाग: AAP के विधायक अमानतुल्लाह खान भी शहीन बाग पहुंचे हैं, उनके साथ समर्थक भी पहुंचे हैं. अमानतुल्लाह ने कहा कि अब मैं आया हूं, अभी देखता हूं कहां चलेगा बुलडोजर. उन्होंने कहा कि मैं तीन दिन पहले ही आया था. लोगों से अपील की थी जिसके बाद लोगों ने खुद ही अतिक्रमण हटा लिया था. बकौल आफ विधायक, अब एमसीडी के अधिकारी बताए कि कहां है अतिक्रमण.
- सुप्रीम कोर्ट में भी उठा मामला: सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने भी आज दिल्ली के अलग-अलग इलाको में डेमोलिशन की कार्रवाई का मसला उठाया. जिसके जवाब में चीफ जस्टिस ने कहा कि पहले से ही एक बेंच ऐसे मामले की सुनवाई कर रही है, आप उस बेंच के सामने अपनी बात रखें. वकील शाहीन बाग़ समेत कई इलाको में डेमोलिशन की कार्रवाई पर रोक चाहते थे. ऐसे में अब उम्मीद है कि जहांगीरपुरी वाला मामला जब सुनवाई के लिए आएगा तो वो जस्टिस नागेश्वर राव की बेंच के सामने ही शाहीन बाग में रही कार्रवाई का मसला उठाएंगे.
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