कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में चुनावों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि कश्मीर (Kashmir) में चुनाव होते हैं और सत्ता लोगों के हाथों में दी जाती है, तो मुझे विश्वास है कि सब ठीक हो जाएगा।आजाद ने ये बात उन्होंने ईद (Eid) की नमाज के बाद पत्रकारों के समक्ष कही। बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने पार्लियामेंट स्ट्रीट (Parliament Street) स्थित मस्जिद में ईद की नमाज अदा की थी।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये काफी राहत की बात है कि आखिर कार हम कोरोना (Corona) से उबर रहे हैं। उन्होंने इस मौके पर लोगों के बीच नफरत दूर होने की दुआ भी मांगी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कश्मीर की कश्मीरियत में किसी तरह का भी बदलाव नहीं आया है। वही लोग हैं और उनमें वही प्यार भी है। राज्य में पहले जैसा ही सोशलिज्म है। उनका कहना था कि वहां पर चुनाव हो जाएं और ताकत लोगों के हाथों में दी जाए तो बड़ी बात होगी।
बता दें कि गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) कांग्रेस (Congress) के उन नेताओं में गिने जाते हैं जो पार्टी में बदलाव को लेकर मुखर हैं। इस वजह से वो अपनी ही पार्टी के नेताओं की आलोचनाओं के शिकार भी होते रहे हैं। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद उन्होंने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी की थी। गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के जी-23 ग्रुप के मुखिया भी हैं।

पार्टी की तरफ से राज्य सभा का प्रतिनिधित्व कर चुके गुलाम नबी आजाद की सदन से रिटायरमेंट पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी जमकर तारीफ की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि आजाद ने हमेशा से ही जम्मू कश्मीर की बेहतरी के लिए सोचा और काम किया। इसके जवाब में आजाद ने भी पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था। ये एक ऐसा मौका था जब आजाद अपने संबोधन के दौरान भावुक हो गए थे।
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बता दें कि गुलाम नबी आजाद एक राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं। वे जम्मू कश्मीर के बड़े नेता के तौर पर पहचाने जाते हैं। आजाद 2005 से 2008 तक जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा केंद्र में भी वो बड़ी भूमिका निभा चुके हैं। पार्टी की देश में गिरती हालत पर वो बेबाकी से बयान देने के लिए भी जाने जाते हैं।
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