शादी के 22 वर्षों के बाद स्वाति सिंह (Swati Singh) और दयाशंकर एक दूसरे से हमेशा हमेशा के लिए अलग हो गए हैं। स्वाति सिंह ने वर्ष 2011 में ही तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी लेकिन कोर्ट में गैरहाजिरी की वजह से स्वाति सिंह और दयाशंकर के तलाक के अर्जी को ख़ारिज कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने सितंबर 2022 में फिर अर्जी दी थी जिसके बाद कोर्ट ने दोनों की तलाक की अर्जी पर मंजूरी की मुहर लगा दी है।
स्वाति सिंह और दयाशंकर 22 वर्ष पहले शादी के बंधन में बंधे थे जिसके बाद कुछ सैलून से उनकी निजी जिंदगी में रिश्ते को लेकर उथल पुथल चल रही थी जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला लिया था। अब कोर्ट ने भी दोनों की तलाक पर मुहर लगा दी है। जानकारी के लिए बता दें की परिवाहन मंत्री दयाशंकर ने ने मायावती को लेकर टिप्पड़ी की थी जिसके स्वाति और दयाशंकर का परिवार विवादों में आगया था। स्वाति सिंह लखनऊ के सरोजनीनगर से भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष, फिर विधायक और उसके बाद प्रदेश सरकार में मंत्री बनीं थीं। बताया जा रह है की स्वाति और दयाशंकर कई वर्षों से एक दुसरो से अलग ही रहते थे।
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