सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: जनवरी महीने में ही रची जा चुकी थी साजिश
एडीजीपी प्रमोद बान (ADGP Pramod Ban) ने बताया कि आरोपी प्रभदीप सिद्धू (Prabhdeep Sidhu) उर्फ पब्बी ने जनवरी 2022 में हरियाणा से आए गोल्डी बराड़ (goldie brar) के दो साथियों को पनाह दी थी और उनके जरिए सिद्धू मूसेवाला के घर और आसपास के इलाकों की रेकी भी की थी। मोनू ने गोल्डी बराड़ के निर्देश पर दो शूटरों को उपलब्ध कराया। इन्होंने इसके बाद हत्या को अंजाम देने की खातिर शूटरों की टीम जुटाने में मदद की।
उन्होंने कहा कि पवन बिश्नोई और नसीब ने शूटरों को बोलेरो वाहन सौंपे थे और उन्हें ठिकाना भी मुहैया कराया था। इस बीच, एडीजीपी प्रमोद बान ने कहा कि आईजीपी पीएपी जसकरण सिंह के नेतृत्व में विशेष जांच दल रणनीतिक रूप से काम कर रहा है और शूटरों और अपराध में शामिल अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटा है।
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: केकड़ा ने सेल्फी के बहाने की रेकी
पुलिस ने वारदात में शामिल चार शूटरों की पहचान भी कर ली है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान ने मंगलवार को बताया कि संदीप उर्फ केकड़ा ने गोल्डी बराड़ और सचिन थापन के निर्देश पर खुद को गायक का प्रशंसक बताकर सिद्धू मूसेवाला की गतिविधियों पर नजर रखी थी। उन्होंने बताया कि जब गायक अपनी हत्या से कुछ मिनट पहले अपने घर से निकल रहे थे तभी केकड़ा ने गायक के साथ सेल्फी भी ली।
इसके बाद केकड़ा ने सभी जानकारी हत्यारों तक साझा की। उन्होंने कहा कि मनप्रीत मन्ना ने मनप्रीत भाऊ को एक टोयोटा कोरोला कार प्रदान की थी। जिसने गोल्डी बराड़ और सचिन थापन के करीबी सहयोगी सराज मिंटू के निर्देश पर कार को दो व्यक्तियों को दिया था, जिन पर शूटर होने का संदेह था।
इन लोगों की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार लोगों की पहचान हरियाणा के सिरसा के संदीप सिंह उर्फ केकड़ा के रूप में हुई है। तलवंडी साबो निवासी (बठिंडा) मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना, ढाईपई (फरीदकोट) मनप्रीत भाऊ, गांव डोडे कलसिया (अमृतसर) के सरज मिंटू. तख्तमल (हरियाणा) के प्रभदीप सिद्धू उर्फ पब्बी, हरियाणा के सोनीपत के रेवली गांव का मोनू डागर व हरियाणा के फतेहाबाद निवासी पवन बिश्नोई और नसीब को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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