Taj Mahal News: इंडिया टाइम्स न्यूज़ (India Times News) को मिली जानकरी के मुताबिक ताजमहल (Taj Mahal) में आज से सोमवार तक पर्यटक शाहजहां-मुमताज (shahjahan-mumtaz) की कब्र वाले मुख्य मकबरे में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। 15 अगस्त तक निशुल्क प्रवेश की सुविधा के कारण ताजमहल पर 75 हजार से ज्यादा सैलानी पहुंच रहे थे, जिस वजह से पर्यटकों और स्मारक की सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया था। इसको देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने यह फैसला लिया है।
अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल (Dr. Rajkumar Patel) ने बताया कि शनिवार, रविवार और सोमवार को पर्यटक चमेली फर्श से ऊपर मुख्य मकबरे में नहीं जाएंगे। इस मकबरे के लिए सामान्य दिनों में 200 रुपये का अतिरिक्त शुल्क था, लेकिन निशुल्क प्रवेश के दौरान गुंबद पर भारी भीड़ पहुंच रही थी, जिससे पर्यटकों के नीचे गिरने, हादसे की आशंका थी।
Taj Mahal का मुख्य गुंबद पर प्रवेश बंद
शुक्रवार को भारी भीड़ के कारण आगरा किला में दोपहर में पर्यटकों का प्रवेश बंद करना पड़ा। इसे देखते हुए तय किया गया कि 13 से 15 अगस्त तक ताज के मुख्य गुंबद पर प्रवेश बंद रहेगा। इन तीनों दिन चमेली फर्श की सीढ़ियों को आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाएगा। पर्यटक चमेली फर्श, मेहमान खाने और मस्जिद की ओर घूम सकते हैं।
पांच साल पहले भीड़ के कारण किया था बंद
पांच साल पहले 31 दिसंबर 2017 को एएसआई ने मुख्य मकबरे में पर्यटकों का प्रवेश रोक दिया था। तब भी 50 से 75 हजार तक पर्यटक हर दिन पहुंच रहे थे। हालांकि बाद में अगले दिन ही इसे खोल दिया गया, पर इससे सबक लेते हुए मुख्य गुंबद पर स्टेप टिकटिंग यानी 200 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया गया। तब से अब तक पर्यटकों की सीमित संख्या ही मकबरे पर जा रही थी।
रक्षाबंधन पर शुक्रवार को दोपहर बाद आगरा किला में जबरदस्त भीड़ उमड़ी। किले के गेट पर प्रवेश के लिए 12 कतारें लग गईं। धक्कामुक्की के कारण कतार में लगीं कई महिलाएं गिर गईं। बच्चों की चीख-पुकार मची तो गेट पर हालात बेकाबू हो गए। एसआईएस और पर्यटन पुलिस से हालात न संभले तो थाने से पुलिस बल बुलाया गया।
किले पर भारी भीड़
शुक्रवार को ताजमहल की साप्ताहिक बंदी होती है। दोपहर में दो घंटे केवल नमाजियों के लिए ताज खोला जाता है। ऐसे में रक्षाबंधन की छुट्टी में फ्री में ताजमहल देखने आए लोगों को मायूस होना पड़ा। ताज बंद मिलने पर पर्यटक महताब बाग और दशहरा घाट जा पहुंचे, जहां से ताज की झलक पाकर अन्य स्मारकों का रुख कर लिया।
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